Tuesday, August 6, 2019

NOTES प्रकृति का संदेश


   
                                                       प्रकृति का संदेश

        कठिन शब्द       अर्थ

     १. संसार        जगत, दुनिया
     २. सागर        समुद्र , रत्‍नाकर
     ३. तरंग          लहर
     ४. पृथ्वी         धरती, वसुंधरा
     ५. नभ          आसमान , आकाश
                       
·          शब्दों  का अर्थ बताते हुए वाक्य में प्रयोग कीजिए ‌-

              सागर – समुद्र   
सागर विशाल होता है ।

              भार – वजन  
पृथ्वी अपने ऊपर सबका भार उठाती है । 
                                          
              संसार – दुनिया  
संसार बहुत खूबसूरत है ।

              पृथ्वी – धरती
पृथ्वी गोल है ।

   Ø दिए गए प्रश्‍नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए :

   प्रश्‍न-१ आपको जीवन में धैर्य की जरूरत कब पड़ती है ?          
   उत्तर-१ जब सिर पर अधिक भार हो तब जीवन में धैर्य        
               की ज़रूरत पड़ती है ।

   प्रश्‍न-२ प्रकृति से हमें क्‍या–क्‍या चीजें मिलती हैं ?
   उत्तर-२ प्रकृति से हमें पीने को पानी , साँस लेने को शुद्‍ध हवा , खाने के
                लिए भोजन , रहने के लिए जमीन , पशु-पक्षी , पेड़-पौधे आदि
                मिलता है । 

   प्रश्‍न-३ कविता में उमंग को कैसा बताया गया है ?
   उत्तर–३ कविता में उमंग को मृदुल अर्थात कोमल बताया गया है ।

   प्रश्‍न-४ पृथ्वी हमसे क्या कहना चाहती है ?
   उत्तर-४ पृथ्वी हमसे कहना चाहती है कि विकट परिस्थिति में भी हमें धैर्य
                       बनाए रखना चाहिए ।

   प्रश्‍न-५ सागर से हमें क्या सीखने को मिलता है ?
   उत्तर-५ सागर हमें गहरा,धैर्यवान तथा सहनशील बनने की सीख देता है
   प्रश्‍न-६ प्रकृति का संदेशकविता से हमें क्या संदेश मिलता है ?

   उत्तर-६ इस कविता से संदेश मिलता है कि प्रकृति हमें बहुत सारी चीजें देती 
                है, हमें उसकी सुंदरता बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए

   प्रश्‍न-७ इस कविता के कवि का क्या नाम है ?
   उत्तर-७ इस कविता के कवि का नाम सोहनलाल द्विवेदी है

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