प्रकृति का संदेश
कठिन
शब्द अर्थ
१.
संसार – जगत, दुनिया
२.
सागर – समुद्र , रत्नाकर
३.
तरंग – लहर
४.
पृथ्वी – धरती, वसुंधरा
५.
नभ – आसमान , आकाश
·
शब्दों का अर्थ बताते हुए वाक्य में प्रयोग कीजिए -
१
सागर – समुद्र
सागर विशाल होता है ।
२
भार – वजन
पृथ्वी अपने ऊपर सबका भार उठाती है ।
३
संसार – दुनिया
संसार बहुत खूबसूरत है ।
४
पृथ्वी – धरती
पृथ्वी गोल है ।
Ø
दिए गए प्रश्नों
के उत्तर एक वाक्य में लिखिए :
प्रश्न-१ आपको
जीवन में धैर्य की जरूरत कब पड़ती है ?
उत्तर-१ जब सिर पर अधिक भार हो तब
जीवन में धैर्य
की ज़रूरत पड़ती है ।
प्रश्न-२
प्रकृति से हमें क्या–क्या चीजें मिलती हैं ?
उत्तर-२ प्रकृति से हमें पीने को
पानी , साँस लेने को शुद्ध हवा , खाने के
लिए भोजन , रहने के लिए जमीन ,
पशु-पक्षी , पेड़-पौधे आदि
मिलता है ।
प्रश्न-३ कविता
में उमंग को कैसा बताया गया है ?
उत्तर–३ कविता में उमंग को मृदुल अर्थात
कोमल बताया गया है ।
प्रश्न-४ पृथ्वी हमसे क्या कहना चाहती है ?
उत्तर-४ पृथ्वी हमसे कहना चाहती है कि विकट परिस्थिति में भी हमें धैर्य
बनाए रखना चाहिए ।
प्रश्न-५ सागर से हमें क्या सीखने को मिलता है ?
उत्तर-५ सागर हमें गहरा,धैर्यवान तथा सहनशील बनने की सीख देता है ।
प्रश्न-६ ‘प्रकृति का संदेश’कविता से हमें क्या संदेश मिलता है ?
उत्तर-६ इस कविता से संदेश मिलता है कि प्रकृति हमें बहुत सारी चीजें देती
है, हमें उसकी सुंदरता बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए ।
प्रश्न-७ इस कविता के कवि का क्या नाम है ?
उत्तर-७ इस कविता के कवि का नाम सोहनलाल द्विवेदी है ।
No comments:
Post a Comment