Monday, June 24, 2019

HINDI NOTES वह शक्ति




 
वह शक्ति
                            ब्द                          अर्थ
१.  शक्ति              ताकत , बल
२.  कर्तव्य           ज़िम्मेदारी , फ़र्ज़
३.  दीन             गरीब , निर्धन
                     ४. मार्ग            रास्ता , पथ
                      ५. सरल          आसान , सहज
 ६.  द्‍वेष            जलन , ईर्ष्या
 ७.  प्रभु                ईश्वर
 ८.  दयानिधे           दया के भंडार
 ९.  पर - उपकार       दूसरों का भला
 १०. पर - सेवा        दूसरों की सेवा
           ११. निबलों           निर्बल , कमज़ोर
           १२. दंभ              घमंड
           १३. शुचि             पवित्र , स्वच्छ
           १४. रोज             प्रतिदिन , रोज़ाना
           १५. निज              अपना
           १६. संताप            गहरा दुख
           १७. निश-दिन          रात-दिन
           १८. सुधारस          अमृत रस

Ø दिए गए प्रश्‍नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए :

प्रश्न १. प्रार्थना में ईश्वर को किस नाम से पुकारा गया है ?
उत्तर . प्रार्थना में ईश्वर को दयानिधे नाम से पुकारा गया है ।

प्रश्न २. शक्ति की ज़रुरत किस मार्ग पर डटे रहने के लिए पड़ती          है ?
उत्तर . कर्तव्य मार्ग पर डटे रहने के लिए शक्ति की ज़रुरत             पड़ती है।
प्रश्न ३. प्रार्थना में किन्हें तारकर खुद तर जाने की बात आयी है ?
उत्तर . प्रार्थना में जो लोग अटके और भूले – भटके हैं, उन्हें
      तारकर खुद तर जाने की बात आयी है ।

प्रश्न ४. कविता में कवि किसकी सेवा करने के लिए कह रहे हैं ?
उत्तर – कविता में कवि पर - सेवा ( दूसरों की सेवा ) करने के           लिए कह रहे हैं ।

प्रश्न ५. कवि को कैसे जीवन की चाह है ?
उत्तर . कवि को शुद्ध और सरल जीवन की चाह है ।



Ø प्रश्‍नों के उत्तर लिखिए :
प्रश्‍न १. हम प्रार्थना कब और क्यों करते हैं ?
उत्तर १.हम प्रार्थना प्रतिदिन नियमित समय पर करते हैं । प्रार्थना का
      उचित समय प्रात:काल होता है प्रार्थना करने से मन प्रसन्‍न
      होता है ।
प्रश्‍न २.हमें शक्ति की ज़रूरत क्यों पड़ती है ?

उत्तर २.हमें शक्ति की ज़रूरत कर्तव्य-मार्ग पर डटे रहने के लिए पड़ती है
       क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के अलग-अलग कर्तव्य होते हैं।चाहे वह 
       देश  का सैनिक हो,देश का नेता हो या फिर देश का साधारण                     नागरिक ही क्यों ना हो;सभी को अपने कर्तव्यों का पालन                        ईमानदारी से करना चाहिए ।

प्रश्न३.कविता के अनुसार हमें किन-किन चीजों से दूर रहना चाहिए?
उत्तर३.कविता के अनुसार हमें छल,कपट,घमंड,झूठ,दिखावा,
      ईर्ष्या आदि चीजों से दूर रहना चाहिए ये सभी कर्तव्य-मार्ग
      में बाधा उत्पन्न करते हैं ।

Ø रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :

१. हमें रोज़ प्रार्थना करनी चाहिए ।
२. वह शक्ति हमें दो दयानिधे ।
३. हमें कर्तव्य मार्ग पर डटे रहना चाहिए ।
४. हमें अपना जीवन शुद्‍ध और सरल बनाना चाहिए ।
५. सेवक बनकर हम दीन दुखी और निर्बलों के दुःख दूर कर  सकते हैं ।


Ø दिए गए शब्दो से वाक्य बनाइए : ( HW )

१.  देश –
२.  बलिदान –
३.  सेवा -
४.  शक्ति –
५.  ईश्वर –
६.  प्रार्थना –
७.  मार्ग -


2 comments: